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मंगलवार, 4 नवंबर 2025

तडालाफिल टैबलेट के फायदे



 तडालाफिल टैबलेट के फायदे मुख्यतः इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता), बढ़े हुए प्रोस्टेट (सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया या BPH), और पल्मोनरी आर्टेरियल हाइपरटेंशन (फेफड़ों में उच्च रक्तचाप) के इलाज में होते हैं। यह दवा लिंग में रक्त वाहिकाओं को आराम देकर रक्त प्रवाह बढ़ाती है, जिससे यौन उत्तेजना होने पर मजबूत और लंबे समय तक टिकने वाला इरेक्शन संभव होता है। साथ ही, यह मूत्राशय और प्रोस्टेट की मांसपेशियों को भी आराम देती है, जिससे पेशाब संबंधित समस्याएं जैसे पेशाब करने में कठिनाई और बार-बार पेशाब आना कम होते हैं। तडालाफिल का असर लगभग 24-36 घंटे तक रहता है और इसे डॉक्टर की सलाह अनुसार दिन में एक बार या संभोग से पहले लिया जा सकता है। इसके अलावा, पल्मोनरी आर्टेरियल हाइपरटेंशन में यह फेफड़ों की रक्त नलिकाओं को आराम देकर रक्त प्रवाह बेहतर बनाता है, जिससे हृदय पर दबाव कम होता है।साइड इफेक्ट्स के रूप में सिरदर्द, चेहरा लाल होना, पेट खराब होना, नाक बंद होना, पीठ व मांसपेशियों में दर्द हो सकते हैं, जो आमतौर पर हल्के होते हैं और समय के साथ ठीक हो जाते हैं। गंभीर साइड इफेक्ट्स कम ही होते हैं लेकिन यदि इरेक्शन 4 घंटे से ज्यादा समय तक टिके या अन्य गंभीर लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।इस प्रकार, तडालाफिल टैबलेट यौन स्वास्थ्य सुधारने, मूत्र संबंधी प्रोस्टेट की समस्याओं में राहत देने और फेफड़ों के उच्च रक्तचाप के इलाज में उपयोगी है, बशर्ते इसे उचित मात्रा व डॉक्टर की सलाह से लिया जाए

“ठंड में गर्म चीज़ नुकसान क्यों करती है?

“ठंड में गर्म चीज़ नुकसान क्यों करती है?” इसका जवाब हमारे शरीर के तापमान और रक्त प्रवाह (blood circulation) से जुड़ा हुआ है।
आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं 👇


🌡️ 1. शरीर का तापमान संतुलन (Body Temperature Balance)

ठंड में शरीर पहले से ही तापमान बनाए रखने की कोशिश करता है। जब आप अचानक बहुत गर्म चीज़ खाते या पीते हैं (जैसे बहुत गरम चाय, सूप, या खाना), तो:

  • मुँह, गला और पेट की अंदरूनी परत (lining) को झटका लगता है,
  • तापमान में अचानक अंतर से ऊतकों में सूजन या जलन हो सकती है।

🫁 2. सर्द हवा और गरम भाप का टकराव

जब आप ठंडी हवा में रहते हुए गरम चीज खाते हैं, तो अंदर की भाप और बाहर की ठंड टकराती है। इससे:

  • गला बैठना,
  • खाँसी या जुकाम बढ़ना,
  • और कभी-कभी गले में खराश या गले की सूजन हो जाती है।

🍲 3. पाचन पर असर

सर्दी में पाचन तंत्र धीमा रहता है।
अगर बहुत गर्म चीज खा ली जाए, तो:

  • पेट की झिल्ली (stomach lining) को नुकसान हो सकता है,
  • एसिडिटी और अपच (indigestion) बढ़ जाती है।

4. रक्त वाहिकाओं पर असर (Effect on Blood Vessels)

गर्म चीज़ से शरीर की रक्त नलिकाएँ (blood vessels) अचानक फैलती हैं,
और ठंड से सिकुड़ जाती हैं — इस बार-बार के फैलाव-सिकुड़ाव से सिर दर्द, कमजोरी या थकान महसूस हो सकती है।


तो क्या करें?

  • ठंड में गुनगुनी (lukewarm) चीज़ें लें, बहुत गरम नहीं।
  • धीरे-धीरे खाएँ, ताकि शरीर को तापमान के अंतर की आदत हो सके।
  • बहुत ठंडी या बहुत गरम चीज़ एक साथ कभी न लें (जैसे गर्म चाय के बाद ठंडा पानी

🌿 ठंड में फायदेमंद गर्म चीज़ें

 👍ठंड में कौन-सी गर्म चीज़ें फायदेमंद होती हैं और कौन-सी नुकसान करती हैं 👇


🌿 ठंड में फायदेमंद गर्म चीज़ें

(जो शरीर को अंदर से गर्म रखती हैं और सेहत भी बढ़ाती हैं)

🫖 1. गुनगुनी चाय या हर्बल ड्रिंक

  • तुलसी, अदरक, शहद, दालचीनी या लौंग ली चाय फायदेमंद होती है।
  • यह सर्दी-जुकाम से बचाती है और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाती है।

🥣 2. गर्म सूप (vegetable या chicken soup)

  • शरीर को गर्म रखता है।
  • पाचन को बेहतर करता है और ऊर्जा देता है।

🧈 3. घी, ड्राय फ्रूट्स और तिल

  • ये स्वस्थ वसा (healthy fats) देते हैं।
  • ठंड में ऊर्जा और गर्माहट बनाए रखते हैं।
  • तिल, गुड़ और मूंगफली की चिक्की या लड्डू सर्दियों में बहुत फायदेमंद हैं।

🫓 4. गर्म दूध (गुनगुना, उबलता नहीं)

  • हल्दी वाला दूध या बादाम वाला दूध पीना शरीर को अंदर से गर्म और मजबूत बनाता है।

🥔 5. सर्दियों की मौसमी सब्जियाँ

  • जैसे गाजर, चुकंदर, शलगम, मेथी, सरसों का साग — ये विटामिन और आयरन से भरपूर होती हैं।

⚠️ ठंड में नुकसान करने वाली गर्म चीज़ें

(जो बहुत ज़्यादा गर्म या तेज़ होती हैं)

🔥 1. बहुत गरम चाय या कॉफी

  • जीभ, गला और पेट की परत को जला सकती है।
  • गले में सूजन और एसिडिटी का कारण बनती है।

🍛 2. बहुत मसालेदार या तेलीय खाना

  • शरीर को ज़रूरत से ज़्यादा गर्म करता है, जिससे पित्त बढ़ता है।
  • परिणाम: मुंह में छाले, जलन, सिरदर्द या पाचन की गड़बड़ी।

🍗 3. बहुत गरम दूध या सूप

  • अगर बहुत गरम अवस्था में पिया जाए तो गले और पेट पर असर करता है।
  • तापमान हमेशा गुनगुना होना चाहिए, जलता हुआ नहीं।

🧊 4. गरम खाने के तुरंत बाद ठंडी चीज़ें

  • जैसे गरम सूप के बाद ठंडा पानी या आइसक्रीम —

  • यह गले में झटका देकर जुकाम या गले में दर्द का कारण बन सकता है।

सर्दियों में सेहत बनाए रखने के बेहतरीन हेल्थ टिप्स (Winter Health Tips in Hindi) 👇

 


सर्दियों में सेहत बनाए रखने के बेहतरीन हेल्थ टिप्स (Winter Health Tips in Hindi) 👇


🌞 1. धूप ज़रूर लें

सर्दियों में सूरज की धूप शरीर को विटामिन D देती है, जो हड्डियों और इम्यूनिटी के लिए ज़रूरी है। रोज़ सुबह कुछ देर धूप में बैठें।


🧣 2. शरीर को गर्म रखें

गरम कपड़े पहनें और सिर, कान व पैरों को ढककर रखें। ठंडी हवा से बचने के लिए मोज़े और टोपी ज़रूर लगाएँ।


🥗 3. पौष्टिक आहार लें

सूप, दलिया, मूंग दाल, तिल, गुड़, खजूर और ड्राई फ्रूट्स खाएँ। ये शरीर को गर्मी और ताकत दोनों देते हैं।


💧 4. पानी पीना न भूलें

सर्दियों में प्यास कम लगती है, लेकिन शरीर को पानी की ज़रूरत रहती है। दिन में 6–8 गिलास गुनगुना पानी ज़रूर पिएँ।


🧘‍♀️ 5. हल्का व्यायाम करें

सुस्ती से बचने के लिए सुबह धूप निकलने के बाद योग या हल्की एक्सरसाइज़ करें।


😴 6. अच्छी नींद लें

रोज़ 7–8 घंटे की नींद लें और नींद का एक निश्चित समय रखें। नींद शरीर को रीचार्ज करती है।


🍯 7. इम्यूनिटी बढ़ाएँ

अदरक, हल्दी, शहद, तुलसी, और काली मिर्च का सेवन करें। ये ठंड और सर्दी-जुकाम से दूर  रख ती हे |

सोमवार, 3 नवंबर 2025

कमर दर्द के लिए योग

 

कमर दर्द के लिए योग

आजकल कमर दर्द की समस्या आम हो गई है। देर तक खड़े रहने या बैठे रहने से कमर में दर्द होने लगता है। अगर इसे अनदेखा किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। कमर में दर्द होते ही हम डॉक्टर और दवाइयों को रुख करने लगते हैं, लेकिन योग के जरिए भी कमर दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। यहां कुछ योग आसन बताए जा रहे हैं जिनके जरिए कमर दर्द से निजात पाई जा सकती है। आइए जानते हैं-

कमर दर्द के लिए आसान योगासन

  • कंधरासन- इस आसन में सबसे पहले एक चटाई पर सीधे लेट जाइए और फिर अपने घुटनों को मोड़कर अपने बट्स के पास ले आएं। बाजुओं को सीधा कर कमर के पास रखिए। अब इसी अवस्था में अपने बट्स को ऊपर की दिशा में उठाएं। इस दौरान सांस को रोके रखें। अब धीरे-धीरे पुरानी अवस्था में लौटें और सांस छोड़ते रहें। इस आसन को रोजाना 4 से 5 बार करें।

  • भुजंग आसन- इस आसन के लिए सबसे पहले सीधे लेट जाएं। पैरों को सीधा रखें और हाथों को कंधों की सीध में लाएं। अब हाथों की सहायता से अपने शरीर के अगले हिस्से को ऊंचा उठाएं। ध्यान रहे कि शरीर का पिछला हिस्सा जमीन से ही टच रहे। इस अवस्था में 3 से 4 मिनट रहें, लेकिन यह भी ध्यान रहे कि इस दौरान मांसपेशियों में खिंचाव न आ जाए। अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पुरानी अवस्था में आ जाएं।
  • चक्रासन- यह आसन कमर दर्द में काफी आरामदायक है। इसे करने के लिए एक चटाई पर सीधे लेट जाएं और फिर अपने हाथों और पंजों के बल पर अपने शरीर को ऊंचा उठाएं। इस दौरान कमर को जितना हो सकता है उतना ऊंचा उठाएं। 1 या 2 मिनट तक इसी अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए नॉर्मल अवस्था में आ जाएं। इस आसन से कमर की मांसपेशियां लचीली हो जाती हैं और उन्हें मजबूती भी मिलती है।
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धनिया के फायदे

धनिया के फायदे

धनिया एक जड़ी-बूंटी के रुप में उगने वाला प्राकृतिक पौधा  है, इसकी पत्तियों और बीजों का इस्तेमाल हमारे रसोइ घरों में किया जाता है। खाना बनाने के लिए साबुत धनिया, धनिए के बीज, धनिए के पाउडर और धनिए की पत्तियों का काफी इस्तेमाल करते हैं। धनिये का पानी भी सेहत के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुणों के साथ ही बहुत सारे विटामिन और मिनरल भी होते हैं इसलिए धनिया सेहत के लिए उपयोगी होता है। धनिया एक मसाला होने के साथ-साथ एक औधषि भी है।

हरे धनिये की पत्तियां और बीज दोनों ही खाने का स्वाद बढ़ा देते हैं। खाने में भले ही मिर्च-मसाला न हो लेकिन अगर धनिया पत्ती से गार्निशिंग की जाए तो उसकी खूबसूरती और स्वाद में चार चांद लग जाते हैं। धनिया सिर्फ खाने की खूबसूरती और स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि इसका पानी आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद गुणकारी है। धनिया के पानी में पोटैशियम, कैल्‍श्यिम, विटामिन सी और मैग्निजियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, और ये सभी तत्व बीमारियों को कोसों दूर रखते हैं।

धनिया के औषधीय गुण

कॉलेस्ट्रोल से छुटकारा: धनिया में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर से कॉलेस्ट्रॉल कम कर उसे कंट्रोल में रखते हैं। अगर किसी को हाई कॉलेस्ट्रॉल की शिकायत है, तो उसे धनिया के बीज उबालकर उस पानी को पीना चाहिए।

डायबिटीज से आराम: धनिये को मधुमेह नाशी यानी कि डायबिटीज को दूर भगाने वाला माना जाता है। इसका पानी पीने से खून में इंसुलिन की मात्रा नियंत्रित रहती है।

आंखों के लिए फायदेमंद: धनिया के बीज आंखों के लिए भी फायदेमंद हैं। धनिया के थोड़े से बीज कूट कर पानी में उबालें। इस पानी को ठंडा करके मोटे कपड़े से छान लें, और इसकी दो बूंदे आंखों में टपकाने से जलन, दर्द और पानी गिरना जैसी समस्याएं दूर होती हैं।

वजन कम करने में असरदार: अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो धनिये के बीज का इस्‍तेमाल करने से फायदा होगा । इसके लिए आप तीन बड़े चम्मच धनिये के बीज एक गिलास पानी में उबालें। जब पानी आधे से कम हो जाए तो इसे छान लीजिए। इस पानी को रोजाना दो बार पीने से वजन घटने लगेगा ।

पाचन समस्याएं: धनिया पाउडर में चुटकीभर हींग और काला नमक डालकर पानी के साथ लें। इसका सेवन कब्ज, उल्टी, दस्त, गैस, अपच और पेट दर्द को दूर करता है। आप इसका इस्तेमाल चाय बनाते समय भी कर सकते हैं।

बढ़ाए डाइजेशन: हरा धनिया पेट की समस्याओं को दूर कर पाचनशक्ति बढ़ाता है। धनिये के ताजे पत्तों को छाछ में मिलाकर पीने से बदहजमी, मतली, पेचिश और कोलाइटिस में आराम मिलता है। 

ब्लड शुगर: धनिया पाउडर शरीर में शुगर स्तर को कम करके इंसुलिन की मात्रा बढ़ाता है। इसी वजह से शरीर में ब्लड शुगर निंयत्रित रहता है। इसलिए अपने भोजन में इसका इस्तेमाल जरूर करें।

पेट की जलन: धनिया पाउडर में जीरा, बेलगिरी और नागरमौठा को सामान मात्रा में पीसकर मिलाएं। इस चूर्ण को 1 चम्मच पानी के ले। इससे पेट की जलन और दर्द गायब हो जाएगा।

कमजोरी: रात को धनिया तथा आंवला पाउडर को 10-10 ग्राम पानी में भिगो दें। सुबह इसे पीने पर कमजोरी और चक्कर आने की समस्या दूर हो जाएगी।

मुहांसों का रामबाण इलाज: धनिया त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। धनिए के जूस में हल्दी पाउडर मिलाकर चेहरे पर लगाएं, और कुछ देर बाद धो लें। दिन में दो बार इस लेप का इस्तेमाल करने से बहुत जल्दी मुहांसों और दाग-धब्बों से छुटकारा मिलेगा और चेहरे की सुंदरता भी बढ़ेगी। घमौरियां होने पर धनिया के पानी से नहाना चाहिए।

भगाए पेट की बीमरियां: अगर आपको पेट से संबंधित कोई समस्या है, तो दो कप पानी में धनिये के बीज, जीरा, चाय पत्ती और शक्कर डालकर अच्छे से मिला ले। इस पानी को पीने से एसिडिटी में आराम मिलता है। पेट में दर्द होने पर आधा गिलास पानी में दो चम्मच धनिया के बीज डालकर पीने से पेट दर्द से राहत मिलती है।google-site-verification: googlea0b92aef2d8c87a4

शनिवार, 1 नवंबर 2025

खाँसी ठीक होने के घरेलू उपाय

 

खाँसी ठीक होने के घरेलू उपाय

  • अदरक का सूखा हुआ रूप सौंठ होता है। इस सौंठ को पीस कर पानी में खूब देर तक उबालें।
  • जब एक चौथाई रह जाए तो इसका सेवन गुनगुना होने पर दिन में तीन बार करें। तुरंत फायदा होगा।
  • काली मिर्च, हरड़े का चूर्ण, अडूसा तथा पिप्पली का काढ़ा बना कर दिन में दो बार लेने से खाँसी दूर होती है।
  • हींग, काली मिर्च और नागरमोथा को पीसकर गुड़ के साथ मिलाकर गोलियाँ बना लें।
  • प्रतिदिन भोजन के बाद दो गोलियों का सेवन करें। खाँसी दूर होगी। कफ खुलेगा।
  • पानी में नमक, हल्द‍ी, लौंग और तुलसी पत्ते उबालें। इस पानी को छानकर रात को सोते समय गुनगुना पिएँ।
  • सुबह खाँसी में असर दिखाई देगा। नियमित सेवन से 7 दिनों के अंदर खाँसी का नामोनिशान नहीं रहेगा।

तडालाफिल टैबलेट के फायदे

 तडालाफिल टैबलेट के फायदे मुख्यतः इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता), बढ़े हुए प्रोस्टेट (सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया या BPH), और पल्मोनरी आ...